कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) अपने बयानों के कारण लगातार खबरों में बनी रहती हैं। 'मुझसे मिलना है तो मंडी का आधार कार्ड लेकर आएं' वाले बयान के बाद अब कंगना फिर चर्चा में आ गई हैं। इस बार मंडी की सांसद ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ( Shankaracharya Avimukteshwaranand Saraswati ) पर तंज कसा है।
शंकराचार्य को पढ़ाया धर्म का पाठ
कंगना रनौत ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट के जरिए मंडी की सांसद ने ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज पर तंज कसा है। कंगना ने शंकराचार्य पर गलत शब्दावली और अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। साथ ही तंज कसते हुए कहा- "राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?"
इसके अलावा एक्ट्रेस ने शंकराचार्य को धर्म का पाठ भी पढ़ा डाला। दरअसल कंगना रनौत बीते दिनों शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ( CM Eknath Shinde ) पर दिए बयान का विरोध कर रही थी। उन्होंने लिखा- "धर्म ये भी कहता है कि अगर राजा ही प्रजा का शोषण करने लगे तो राजद्रोह ही आखिरी धर्म है।"
कंगना का एक्स पर पोस्ट-
राजनीति में गठबंधन , संधि और एक पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक बात है, कांग्रेस पार्टी का विभाजन 1907 में और फिर 1971 में हुआ, अगर राजनीति में राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) July 17, 2024
शंकराचार्य जी ने उनकी शब्दावली और अपने प्रभाव और धार्मिक शिक्षा… https://t.co/UV2KuLwVUz
ये खबर भी पढ़िए...
एससी कैटेगरी से IFS ऑफिसर कैसे बनी ज्योति मिश्रा ? सच जानकर रह जाएंगे हैरान
शंकराचार्य ने दिया था बयान
कंगना रनौत बिते दिनों स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के दिए एक बयान की निंदा कर रही थी। 15 जुलाई को शंकराचार्य महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री गए थे।
यहां से उन्होंने बयान दिया था कि उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है और इस बात को महाराष्ट्र की जनता जानती है। उन्होंने यह भी कहा था कि जो लोग विश्वासघात करते हैं, वे हिंदू नहीं हो सकते। साथ ही शंकराचार्य ने कहा कि जब तक उद्धव ठाकरे दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन जाते, लोगों का दर्द कम नहीं होगा।
ये खबर भी पढ़िए...
केदारनाथ धाम से चोरी हुआ 228 किलो सोना ? क्या है शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के दावे की सच्चाई
शंकराचार्य का विरोध
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती लगातार अपने बयानों के कारण चर्चा में बने हुए हैं। उद्धव ठाकरे के घर से दिए बयान का अब जूना अखाड़े के महंत नारायण गिरी ने विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि "जीत या हार का फैसला करने वाले हम कौन होते हैं? हमारा काम पूजा-पाठ करना है। किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह राष्ट्र, धर्म, समाज से ऊपर है।"
इसके अलावा उन्होंने शंकराचार्य पर तंज कसते हुए कहा है कि शंकराचार्य कभी उद्योगपतियों की शादियों में नहीं जाते। दरअसल बीते दिनों अविमुक्तेश्वरानंद महाराज अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी में शामिल हुए थे। इसके अलावा महंत नारायण गिरी ने उद्धव ठाकरे पर भी हिंदू समुदाय को धोखा देने का आरोप लगाया है।
ये खबर भी पढ़िए...
लोकसभा चुनाव : कार्यकर्ताओं की नाराजगी या अफसरों की चालाकी, जानें यूपी में क्यों हारी बीजेपी
thesootr links